
सूरजपुर के दोहरे हत्या कांड के आरोपी कुलदीप साहू को बलरामपुर पुलिस साइबर की टीम ने किया गिरफ्तार
पुलिस कप्तान ने की थी आरोपी की गिरफ्तारी पर 10000 रु की घोषणा
भाजपा -कांग्रेस नेताओं ने पुलिस की लचर व्यवस्था पर बिफरे
गोपाल सिंह विद्रोही
बिश्रामपुर। प्रधान आरक्षक पत्नी एवं पुत्री के दोहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी कुलदीप साहू को आज बलरामपुर पुलिस एवं साइबर की टीम ने चलती हुई बस को रुकवा कर गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। बताया जाता हैं कि आरोपी झारखंड की ओर से आ रही यात्री बस से अंबिकापुर आ रहा था जिसकी जानकारी बलरामपुर पुलिस एवं साइबर टीम को लगी फिर क्या था संयुक्त टीम ने आरोपी को घर दबोचा और सूरजपुर पुलिस को हवाले कर दिया। समाचार लिखे जाने तक सूरजपुर पुलिस आरोपी को लेकर सूरजपुर पहुंची जिसे पूछताछ की जा रही है, आधिकारिक तौर पर पुलिस ने गिरफ्तारी की घोषणा नहीं की है ।
नर पिशाच द्वारा दर्दनाक दोहरे हत्याकांड पर एक नज़र
[छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिला मुख्यालय के थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी मेहू फैज व बेटी आलिया शेख की हत्या कर शव फेंके जाने के मामले में कल आक्रोशित भीड़ ने संदेही आरोपी कुलदीप साहू के घर के अलावा गोदाम सहित आधा दर्जन से अधिक प्रतिष्ठानों को आग के हवाले कर दिया। इस लोमहर्षक घटना से सूरजपुर में पूरे दिन बवाल मचा रहा और आक्रोश, तनाव के स्थिति के बीच पुलिस प्रशासन भी हालाकान रही। इस पूरे मामले में सूरजपुर पुलिस की भूमिका संदेह के दायरे में है। नागरिकों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा है कि लोकसभा, विधानसभा चुनाव के दौरान ही जिला प्रशासन के द्वारा एसपी की अनुशंसा पर आदतन बदमाश कबाड़ी कुलदीप साहू के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई की गई थी, मगर कुलदीप साहू आश्चर्यजनक ढंग से बेरोकटोक सूरजपुर में खुलेआम घूम रहा था। सूरजपुर थाना के चंद फर्लांग की दूरी पर कुलदीप साहू का घर,गोदाम है वह नियमित रूप से कारोबार करता रहा मगर पुलिस ने कभी उसे गिरफ्तार करने की कोशिश नहीं की। नागरिकों ने पुलिस की इस कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि आदतन बदमाश कबाड़ी कुलदीप साहू अपने पिता अशोक साहू के साथ चोरी का कबाड़ बेचा करता था। उसके खिलाफ सूरजपुर थाना में एक दर्जन से अधिक अपराधिक मामले दर्ज हैं। आरोप लगाया गया कि कबाड़ी कुलदीप का पुलिस महकमे में प्रभाव था। वह अक्सर रिश्वत भी दिया करता था और गैर कानूनी कार्यों में संलिप्त रहता था। उसके रिश्वत के बोझ से दबे कतिपय पुलिस अधिकारियों ने अपना ईमान बेच दिया था, और जिला बदर का उल्लंघन करने के बाद भी उसे गिरफ्तार करने में कोताही बरत रहे थे। यही कारण था कि कबाड़ी कुलदीप साहू का मनोबल दिनोदिन बढ़ता गया। नागरिकों ने शासन और पुलिस के उच्चाधिकारियों से सूरजपुर जिले में पदस्थ कतिपय पुलिस अधिकारियों के मोबाइल कॉल डिटेल की सूक्ष्म और निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा है कि पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों के बगैर मिलीभगत जिला बदर घोषित बदमाश का गृह जिले में रहना संभव नहीं है। संदिग्ध पुलिस अधिकारियों के मोबाइल के कॉल डिटेल से उनकी बदमाश के साथ सांठगांठ और शह देने की पुष्टि हो जाएगी। नागरिकों ने कहा कि एक अपराधी को प्रश्रय देने वाले अधिकारियों की पहचान कर बर्खास्तगी की कार्रवाई होनी चाहिए।
नर पिचाश ने रात में दिया दोहरा हत्या कांड अंजाम
घटना से समूचे सूरजपुर जिले में तनाव व रोष की स्थिति थी। सूरजपुर थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक तालिब शेख सूरजपुर रिंगरोड में किराये के मकान में पत्नी व बेटी के साथ ररहता था बीती रात को पेट्रोलिंग के लिए निकले हुए थे उनके घर में उनकी पत्नी व 11 वर्षीय बेटी थी रात में अज्ञात हमलावरों ने घर में घुसकर उनकी पत्नी व बेटी की हत्या कर दी। घर में खून के छींटे से अनहोनी की आशंका हुई और करीब तीन किमी दूर मां, बेटी का शव मिला।
दुर्गा विसर्जन के दौरान प्रधान आरक्षक पर गाड़ी चढ़ाने की हुई थी कोशिश
सूत्रों के मुताबिक आरोपी कुलदीप साहू के भाई ने कथित तौर पर एक युवक को छत से धक्का दे दिया था जिससे पुलिस ने उसके भाई के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था। इस घटना से कबाड़ी कुलदीप पुलिस कर्मियों से रंजिश रखने लगा था। इसी बात को लेकर कुछ दिनों पूर्व हुए भजन गायिका शहनाज अख्तर के कार्यक्रम के दौरान आरोपी कुलदीप ने एक आरक्षक पर ठेले में रखे कड़ाही से गर्म तेल उड़ेल दिया था। बताया जा रहा है कि एक दिन पूर्व रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसजर्न के दौरान भी आरोपी ने प्रधान आरक्षक तालिब शेख पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की थी, और रात के समय उसने प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी को मौत के घाट उतार दिया।
सूरजपुर जिला पुलिस के संरक्षण से कबाड़ी पुत्र का बढ़ा हौसला -ललित गोयल
भाजपा की वरिष्ठ नेता ललित गोयल ने कहा कि सूरजपुर जिला में अराजकता का माहौल है उन्ही के पाला हुआ दरिंदा उन्हीं को निगल गया तो समाज के लोगों की सुरक्षा की गारंटी कौन लेगा।समाज की सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस बल और उनके परिवार के मासूम लोग अपराधियों के निशाने पर हैं। लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था की कड़ी में जुड़ी सूरजपुर की यह भयावह घटना बताती है कि ये सूरजपुर पुलिस सुरक्षा के हर मोर्चे पर नाकाम है।
प्रदेश में लूट पाट, बलात्कार, डकैती से असुरक्षा की भावना चरम सीमा पर – बिमलेश दत्त तिवारी
छत्तीसगढ़ प्रदेश किसान कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महासचिव विमलेश दत्त तिवारी ने कहा कि सूरजपुर की घटना ने जनमानस को अंदर से झकझोर कर रख दिया है। अपराधियों के हौसले इतने बढ़ गये हैं कि अब पुलिस और उनका परिवार भी सुरक्षित नहीं है। प्रदेश में लगातार बढ़ते अपराध से सभी चिंतित हैं। सरकार को यह सोचना होगा कि प्रदेश के एक-एक व्यक्ति की सुरक्षा को लेकर क्या बेहतर कदम उठाए जा सकते हैं।इस पर संवेनशीलता के साथ जिम्मेदारी से कार्य करना होगा।
एक आरक्षक को पहले खौलते तेल से जला देना फिर प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की हत्या कर देना छत्तीसगढ़ सरकार की विफलता को बताता है। मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है इसकी जितनी निंदा की जाए कम है।हम छत्तीसगढ़ की शांति, खुशहाली एवं लोगों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा आरोपी को गिरफ्तारी नहीं इनकाउंटर की जरूरत है ।
सूरजपुर पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी पर 10, 000रु कि की थी घोषणा
सूरजपुर पुलिस कप्तान एम आर आहिरे ने आरोपी कुलदीप साहू पिता अशोक कुमार साहू जाति तेली निवासी पुराना बरपारा पुराना सूरजपुर द्वारा सदर थाना का अपराध करने पर थाना सूरजपुर में अपराध क.573/2024 पाग 296 (वी), 351(3), 221, 132, 118. 121(2), 109(2) बीएनएम एवं अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निकरण निरोधक अधिनियम 1989 संशोधन अधिनियम 2015 की धारा 3(1-आरएस) 3(2-5) एवं अपराधक. 574/2024 वाग 221, 132, 109 (1) बीएनएम एवं अपराध क.575/2024 पारा 137(2),138, 140 (1) बीएनएम का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही है, उपरोक्त प्रकरण का आरोपी कुलदीप साहू पिता अशोक कुमार साहू जाति तेली निवासी पुराना बरपारा सूरजपुर जघन्य अपराध कर फरार है गिरफ्तार होने से फरार है जिसका पतासाजी किया जा रहा है।
पुलिस रेग्युलेशन के पैरा कमांक 80-ए में निहित प्रावधानों के अनुसार पोषणा करता हूं कि उपरोक्त प्रकरण में आरोपी को पकड़वाने में जो कोई व्यक्ति पुलिस का किसी भी प्रकार से मदद करेगा व कोई ऐसी महत्वपूर्ण जानकारी देगा जिसके आधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी हो सके, गिरफ्तार करेगा/करायेगा ऐसे सूचना देने वाले व्यक्ति को 10000-00/- रुपये (दस हजार रुपये) नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया जायेगा, सूचना देने वाले का नाम सर्वथा गोपनीय रखा जायेगा।